RAKHI Saroj

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -16-Jan-2023

    जिंदगी की पहली 

जिंदगी की पहली थी उसका मेरे 
जीवन में आना पहली बन कर
मुझे शब्दों की पहली बना गया
हर राह एक राज थी शायद तभी
वह एक राज बन‌ कर बिन शब्दों 
का एहसास रह गया मेरे जीवन में  
उसका मेरी आंखों में सवाल छोड़कर 
चले जाना एक पहली थी जिसे 
सुलझाना अब मुमकिन नहीं लगता 
बस उलझी सी नजर आती है जिंदगी।
            राखी सरोज 

   3
4 Comments

बहुत खूब

Reply

RAKHI Saroj

18-Jan-2023 12:41 AM

धन्यवाद

Reply

Rajeev kumar jha

17-Jan-2023 08:44 PM

बहुत ही सुन्दर

Reply

RAKHI Saroj

18-Jan-2023 12:41 AM

धन्यवाद

Reply