लेखनी प्रतियोगिता -16-Jan-2023
जिंदगी की पहली
जिंदगी की पहली थी उसका मेरे
जीवन में आना पहली बन कर
मुझे शब्दों की पहली बना गया
हर राह एक राज थी शायद तभी
वह एक राज बन कर बिन शब्दों
का एहसास रह गया मेरे जीवन में
उसका मेरी आंखों में सवाल छोड़कर
चले जाना एक पहली थी जिसे
सुलझाना अब मुमकिन नहीं लगता
बस उलझी सी नजर आती है जिंदगी।
राखी सरोज
सीताराम साहू 'निर्मल'
17-Jan-2023 11:25 PM
बहुत खूब
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RAKHI Saroj
18-Jan-2023 12:41 AM
धन्यवाद
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Rajeev kumar jha
17-Jan-2023 08:44 PM
बहुत ही सुन्दर
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RAKHI Saroj
18-Jan-2023 12:41 AM
धन्यवाद
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